Musheer khan
रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच के तीसरे दिन सत्र को महान खिलाड़ी sachin tendulkar की मौजूदगी 19 वर्ष बल्लेबाज musheer khan के लिए प्रेरणादायक साबित हुई। जिनके 136 रन की पारी से मुंबई ने विदर्भ को जीत के लिए 538 रन का बड़ा लक्ष्य दिया।
अज्जू दादा और श्रेयस अय्यर भाई के साथ साझेदारी के दौरान मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे दो टेस्ट खिलाड़ियों के साथ बल्लेबाजी करने का मौका मिला। उनकी टीम का हर गेंदबाज अज्जू दादा को आउट करने की कोशिश कर रहा था। इससे मेरा काम आसान हो गया। sachin तेंदुलकर और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा वानखेड़े स्टेडियम में मौजूद थे, जो BCCI की घरेलू क्रिकेट को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दर्शा रहा था।
musheer khan ने कहा कि कप्तान अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर जैसे अनुभवी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ क्रीज पर समय बिताने से उन्हें बहुत कुछ सीखने में मदद मिली। musheer khan ने रहाणे के साथ तीसरे विकेट के लिए 130 जबकि अय्यर के साथ चौथे विकेट के लिए 168 रन की साझेदारी की। हाल ही में भारतीय टीम के लिए अंडर-19 विश्व कप में खेलने वाले इस बल्लेबाज ने कहा कि देश के प्रमुख घरेलू टूर्नामेंट के फाइनल में शतक बनाना उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा था।
musheer khan रणजी ट्रॉफी फाइनल में मुंबई के लिए शतक जड़ने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए है। उनसे पहले यह रिकॉर्ड रूसी मोदी के नाम था। musheer khan ने बताया कि पहली पारी की विफलता के बाद उन्होंने राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले अपने बड़े भाई सरफराज खान से बात की थी। musheer khan ने कहा, मैंने पहले भाई से बात की थी
जब मैं पहली पारी में कम स्कोर पर आउट हो गया, उन्होंने मुझसे कहा कोई बात नहीं, दूसरी पारी में अपना समर्थन करो और जिस तरह से मैं सहज महसूस करूं उसी तरह से बल्लेबाजी करूं।सरफराज खान के भाई मुंबई के युवा बल्लेबाज musheer khan रन मशीन बने हुए हैं। उन्होंने 12 मार्च को रणजी ट्रॉफी फाइनल में विदर्भ के खिलाफ शतक ठोका और 136 रन की पारी खेली। इसके जरिए 41 बार की चैंपियन मुंबई ने शिकंजा कस दिया। उसने विदर्भ को जीत के लिए 538 का विशाल लक्ष्य दिया musheer khan ने 326 गेंदों का सामना किया और 10 चौके लगाए।
इससे पहले उन्होंने फर्स्ट क्लास करियर का दूसरा शतक लगाया। मुशीर ने इस शतक से रणजी ट्रॉफी फाइनल में मुंबई की ओर सबसे कम उम्र में शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने sachin तेंदुलकर का 29 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। sachin ने 1994-95 में 21 साल की उम्र में शतक लगाया था, तो musheer khan ने यह कमाल 19 साल में ही कर दिया।
musheer khan ने जब विदर्भ के खिलाफ शतक लगाया, तब sachin स्टैंड्स में बैठे थे और मैच देख रहे थे। सरफराज के छोटे भाई musheer khan अभी जबरदस्त फॉर्म में हैं। वह रणजी ट्रॉफी में लगातार तीन मैचों में 50 से ऊपर का स्कोर बना चुके हैं। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में नाबाद 203 रन की पारी खेली। यह उनके फर्स्ट क्लास करियर का पहला शतक रहा। सेमीफाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ उन्होंने 55 रन बनाए।
अब फाइनल में दूसरी पारी में 136 रन बनाकर करियर का दूसरा शतक लगाया। उन्होंने अभी तक 6 ही फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं और इनमें 2 शतक ठोक चुके हैं, जिनमें से एक दोहरा है। musheer khan अंडर-19 वर्ल्ड कप से लौटने के बाद मुंबई के लिए 3 मैच में 433 रन बना चुके हैं। इस दौरान वे एक ही बार दहाई से कम के स्कोर पर आउट हुए हैं। उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी कमाल की बैटिंग की थी। वहां पर उन्होंने 2 शतक और 1 अर्धशतक लगाया था।
musheer khan के भाई सरफराज खान ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट में जमकर रन बनाए थे। अब वही काम मुशीर कर रहे हैं। musheer khan ने sachin की मौजूदगी में रणजी फाइनल में शतक लगाने के बारे में कहा कि इससे उन्हें मोटिवेशन मिली। उन्होंने कहा, मुझे पता नहीं था कि सचिन सर वहां पर हैं। लेकिन जब मैं 60 रन पर खेल रहा था, तब मैंने उन्हें बिग स्क्रीन पर देखा
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