Manoj Tiwary ने घरेलू क्रिकेट में अपना आखिरी मैच खेलने के बाद पत्रकारों संग बातचीत करते
संन्यास के बाद बंगाल के कप्तान manoj tiwary ने कहा है, महेंद्र सिंह धोनी ने सेंचुरी के बाद मुझे टीम से बाहर कर दिया। इस वजह से मेरा इंटरनेशनल करियर बर्बाद हो गया। विराट कोहली और रोहित शर्मा भी खराब दौर से गुजरे थे। उन दोनों के भी रन नहीं बन रहे थे। पर धोनी ने उन्हें बैक किया। मनोज तिवारी ने घरेलू क्रिकेट में अपना आखिरी मैच खेलने के बाद पत्रकारों संग बातचीत करते हुए एमएस धोनी पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, मैं एमएस धोनी से यह पूछना चाहता हूं कि साल 2011 में सेंचुरी लगाने के बावजूद मुझे प्लेइंग XI से क्यों ड्रॉप किया गया। मेरे अंदर भी विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसा हीरो बनने की काबिलियत मौजूद थी।आज मैं देख रहा हूं कि कई खिलाड़ियों को मौका दिया जा रहा है, जिसे देखकर मुझे दुख पहुंचता है। बता दें कि धोनी की कप्तानी में manoj tiwary को ज्यादा मौके नहीं मिल सके थे। शतकीय पारी खेलने के बाद मनोज को अगले 14 मैचों में बेंच पर बैठना पड़ा था।
manoj tiwary ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था। मनोज को विश्व स्तर पर अपनी काबिलियत दिखाने का ज्यादा मौका नहीं मिल सका। मनोज ने अपने करियर के दौरान खेले कुल 12 वनडे मैचों में 26.09 की औसत से 287 रन बनाए। इस दौरान मनोज के बल्ले से एक शतक और एक अर्धशतक निकला। मनोज ने टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू साल 2011 में किया।
Few moments bring tears to your eyes, few moments make you emotional... 🙌#GoodByeCricket pic.twitter.com/d4Pd8nSXbZ
— MANOJ TIWARY (@tiwarymanoj) February 19, 2024
क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में manoj tiwary को भारत के लिए सिर्फ एक ही पारी में बल्लेबाजी करने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने 15 रन बनाए। मनोज ने वनडे में अपना आखिरी मुकाबला साल 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला, जबकि लास्ट टी-20 इंटरनेशनल मैच उन्होंने साल 2012 में खेला। manoj tiwary फिलहाल पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री हैं। ऐसे में उनकी बात की अहमियत है। कई खिलाड़ियों को शिकायत रही है कि उन्हें भारतीय टीम में अपनी प्रतिभा साबित करने के लिए ज्यादा मौके नहीं मिले, जबकि कुछ खास खिलाड़ियों को अधिक अवसर दिए गए। आपको लगता है कि महेंद्र सिंह धोनी की वजह से मनोज तिवारी का इंटरनेशनल करियर बर्बाद हो गया?
रिटायरमेंट के बाद manoj tiwary ने आरोप लगाया है कि गौतम गंभीर ने उनसे कहा था कि तू बाहर मिल। घरेलू क्रिकेट में बंगाल की कप्तानी करने वाले मनोज तिवारी ने क्रिकेट के हर फॉर्मेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। इस तरह उनके बेहतरीन करियर का अंत हो चुका है वो उनकी टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर के साथ लड़ाई रही। 9 साल पहले रणजी मुकाबले में मनोज तिवारी और गौतम गंभीर दोनों आपस में भिड़ गए थे।
साल 2015 में तिवारी और गंभीर के बीच फिरोज शाह कोटला के मैदान पर लड़ाई हो गई थी। उस दौरान तिवारी बल्लेबाजी के लिए नंबर 4 पर आए थे और उन्होंने कैप पहनी हुई थी। इसके बाद उन्होंने हेलमेट पहनने की मांग की क्योंकि तेज गेंदबाज सुमित नरवाल दूसरी तरफ से गेंद फेंकने वाले थे। इसी बीच गंभीर स्लिप पर खड़े थे और उन्हें ये देख गुस्सा आ गया। दोनों के बीच जोरदार भिड़ंत हुई और काफी देर तक तू-तू, मैं-मैं चलती रही।
मैं वहां से दूर हो सकता था। सीनियर्स के साथ मेरे रिश्ते अच्छे हैं, लेकिन एक लड़ाई ने मेरी छवि खराब कर दी थी। गौतम गंभीर और मनोज तिवारी एक साथ KKR के लिए भी काम कर चुके हैं। ऐसे में तिवारी ने बताया कि इसलिए मुझे और बुरा लगता है क्योंकि बाद में हमने एक साथ बात की और काम भी किया। कोलकाता में हम काफी बातचीत करते हैं, लेकिन ये बिल्कुल सच है कि गंभीर ने कहा था कि तू मैच के बाद बाहर मिल।