Akash Deep Shines on Debut Impressive 3 Wickets on First Day of Test Match

Akash deep डेब्यू पर चमके टेस्ट मैच के पहले दिन प्रभावशाली 3 विकेट लिये

डेब्यू टेस्ट के पहले घंटे में 3 विकेट चटकाने वाले akash deep ने कहा, मैं अपना हर मैच ऐसे खेलता हूं जैसे अंतिम मैच हो। भारत और इंग्लैंड के बीच रांची में चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन डेब्यू करने वाले आकाश दीप ने अपनी तेज गेंदबाजी से सभी का दिल जीता। आकश दीप ने अपने डेब्यू मैच के दौरान एक ही ओवर में 2 विकेट चटकाए। इसके बाद आकाश ने एक और विकेट लेकर इंग्लैंड के एक समय 57 रन पर 3 विकेट चटका डाले थे।

akash deep

Akash deep ने बेन डकेट और ओली पोप को एक ही ओवर में चलता किया। बाद में जैक क्रॉली को भी बोल्ड मारकर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। हालांकि बाद में जो रूट ने 9 चौकों की मदद से 106 रन बनाकर इंग्लैंड की वापसी करा दी।इस तरह डेब्यू मैच के पहले दिन गेंदबाजी करने और 3 विकेट लेने के बाद akash deep ने प्लान को लेकर कहा, डेब्यू से पहले मेरी कोच से बातचीत हुई थी इसलिए मैं ज्यादा नर्वस नहीं था।

मेरा हमेशा से प्लान रहा है कि अपना हर एक मैच ऐसे खेलता हूं, जैसे कि यही मेरा आखिरी गेम है। इसके अलावा मैच से पहले जसप्रीत बुमराह भाई से भी बात हुई थी। उन्होंने मुझे सलाह दी कि घरेलू क्रिकेट में जो लेंथ होती है, वह थोड़ी आगे होती है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हमें लेंथ को थोड़ा पीछे रखना होता है, जिससे मुझे सफलता मिली और मैंने उनके बताए हुए प्लान पर अमल किया।

Akash deep ने आगे कहा, शुरू में विकेट से थोड़ी मदद मिल रही थी। गेंद जैसे-जैसे सॉफ्ट हो रही थी, वैसे ही विकेट भी थोड़ा धीमा होता जा रहा था। मैं बस सही एरिया में गेंद को टप्पा देने की कोशिश कर रहा था।वहीं मैच की बात करें तो पहले दिन इंग्लैंड के एक समय 57 रन पर 3 विकेट गिर चुके थे। इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज जो रूट ने क्रीज पर समय बिताया और बैजबॉल स्टाइल को पीछे छोड़कर अपना नैचुरल गेम खेला। जिससे रूट ने पहले दिन के अंत तक 226 गेंद में 9 चौके से 106 रनों की नाबाद पारी खेली।

इस दौरान रूट ने टेस्ट क्रिकेट करियर का जहां 31वां शतक जड़ा। वहीं भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक 9 टेस्ट शतक जड़ने वाले रूट पहले बल्लेबाज बन गए हैं। रूट की पारी से इंग्लैंड ने पहले दिन के अंत तक 7 विकेट पर 302 रन बनाए। पहले दिन akash deep ने 17 ओवर में 70 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए।

भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने के बाद बिहार से आने वाले देश गेंदबाज akash deep ने सफलता का सारा क्रेडिट अपनी मां को दिया। आकाशदीप की मां को हमेशा से भरोसा था कि बेटा क्रिकेट की फील्ड में बहुत बड़ा नाम बनाएगा। आकाशदीप बिहार के सासाराम से बिलॉन्ग करते हैं। बचपन से ही उनका क्रिकेट के प्रति रुझान था। उनकी तेज गेंदबाजी का इलाके में खौफ चलता था। आकाशदीप के पिता का मानना था कि क्रिकेट वक्त की बर्बादी है।

ना कभी बिहार क्रिकेट संघ को BCCI मान्यता देगी और ना ही यहां के खिलाड़ी भारत के लिए खेल पाएंगे। इससे बेहतर है कि आकाशदीप सरकारी नौकरी करें और परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने में अपना योगदान दें। पूरे घर में सिर्फ akash deep की मां को लगता था कि मेरा बेटा अपना सपना जरूर साकार करेगा। मां घर खर्चे में से पैसे बचाकर बेटे को देती थी, ताकि वह लोकल क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए ट्रेवल कर सके।

बिहार में पड़ोसियों के तानों से आजिज आकर akash deep बंगाल के दुर्गापुर चले गए। दरअसल घर पर आकाशदीप के दोस्तों ने भी उसका साथ छोड़ दिया था क्योंकि सबका कहना था कि क्रिकेट खेलना मतलब अपने जीवन को अंधकार में धकेलना है। वहां उन्होंने लेदर क्रिकेट और टेनिस क्रिकेट में एक साथ मेहनत की। हालत यह हो गई कि आकाशदीप को टेनिस बॉल क्रिकेट का एक मैच खेलने के लिए ₹6000 दिए जाने लगे।

इसी बीच आकाशदीप के पिता का स्ट्रोक से निधन हो गया। 4 महीने के बाद बड़ा भाई भी नहीं रहा। 6 महीने के भीतर आकाशदीप की पूरी दुनिया ही उजड़ गई। आकाशदीप ने 3 साल के लिए क्रिकेट छोड़ दिया और घर आकर छोटा-मोटा काम करने लगे। उनके जीवन का एकमात्र सपना मां की सेवा था।

akash deep

Akash deep ने जरूर क्रिकेट छोड़ दिया, लेकिन क्रिकेट ने आकाशदीप को नहीं छोड़ा। आकाशदीप को लगा कि अगर वह क्रिकेट नहीं खेलेंगे, तो जीवन भर इस अफसोस के साथ जिंदा रहेंगे कि अगर खुद को मौका दिया होता तो मंजिल मिल जाती। यही सोचकर आकाशदीप 3 साल बाद दोबारा बंगाल के दुर्गापुर लौटे। वहां सलाह मिली कि कोलकाता चले जाओ और लेदर बॉल क्रिकेट वाला कोई क्लब जॉइन कर लो।

कोलकाता में ही बंगाल की अंडर-23 टीम में आकाशदीप का सिलेक्शन हो गया। साल 2022 में उन्हें RCB की रिक्रूटमेंट विंग ने देखा। साल 2023 में इसी टीम की तरफ से उन्हें IPL खेलने का मौका मिला। जिस मां ने बचपन से हर कदम पर आकाशदीप का साथ दिया, उसके सामने उन्हें टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला। आकाशदीप ने पहले ही दिन इंग्लैंड के टॉप थ्री बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। सचमुच आकाशदीप पर हर भारतवासी को गर्व है।

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